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[Ank 6] Aapka Tanki Kirdaar


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please extend the deadline for 2nd and 3rd position so the ones who submitted their entry on time can get some advantage for their efforts

i will be very thankful

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That is not possible sorry. We need to have all the entries, and need to announce the winners altogether. 

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:excl: Iss pratiyogita ki deadline ko agle Ank tak badha diya gaya hai!  :excl: 

Aur saath hi, inaamon ki soochi bhi badal gayi hai!

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Nice , but won't participate cuz board exams ! Good luck to others..

17 ko khatam ho raha hain . mera bhi hain , lekin maths exam hain toh khelna chalu kar raha hoon

 

P.S.: 15 mahiney inactive tha... aur yeh sach hain.

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Sirf 8 din bache hain! 

Yeh contest ek aur ank tak chalne wala hain kya?

 

Shaayad sirf Devnagri lipi mein likhne ke kaaran logo ko samasya ho rahi hain.

Edited by manish17xxx

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Yeh contest ek aur ank tak chalne wala hain kya?

 

Shaayad sirf Devnagri lipi mein likhne ke kaaran logo ko samasya ho rahi hain.

Nahi, ye antim mahina hai, agle Ank tak hi ye chalega. 

Aur haan, iske sthiti ka kaaran Devanagari lipi ka upyog jaroor nahi hoga, kyonki ab tak bahot jyada logon ne hume Devanagari lipi mein likhne ki salah di thi aur ye pratiyogita humne isi ke adhar par chuni thi. ;)

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Mujhe kuch puchna hai:

1) Is contest ki aakhri taarikh kya hogi?

2) Kya hum latin letters ka upyog kar sakte hai?

3)agar kisi aur ne nai entry submit nahi ki toh kya 1st prize @aksrokzz ko by default mil jayega ya aap dusro ka aur intazaar karoge?

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Mujhe kuch puchna hai:

1) Is contest ki aakhri taarikh kya hogi?

2) Kya hum latin letters ka upyog kar sakte hai?

3)agar kisi aur ne nai entry submit nahi ki toh kya 1st prize @aksrokzz ko by default mil jayega ya aap dusro ka aur intazaar karoge?

  1. Deadline April 28th hai.
  2. Nahi, sirf Devanagari lipi.
  3. Hum vijetaon ke baare mein abhi nahi pata sakte. Sambhavna bahot hi kam hai iss pratiyogita ko aur jyada samay milne ki.

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  1. Hum vijetaon ke baare mein abhi nahi pata sakte. Sambhavna bahot hi kam hai iss pratiyogita ko aur jyada samay milne ki.

 

Mujhe yeh janana tha ki agar appko 3 entries nahi mili to kahin aap yeh pratiyogita bandh to nahi kar doge? Main ek kahani likhne ke baare mein soch raha that par agar aap is pratiyogita mein rewards doge hi nahin to mera time waste ho jaega.... Iss liye kya aap yeh clarify kar sakte hain ki 2 enteries hone par kya aap rewards denge yaa nahi? Please jaldi bataiye warna mujhe kahani likhe na samay nahi milega.... Thanks

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मेरी एंट्री 

 "पांच तत्व "
वही दोपहर , वही हालI थकान से भरा घर को जा रहा रिकॉस्प , मेरा मतलब वास्प और रिकोषे I वैसे आज का दिन इतना आम भी नहीं था I आज तो इतने लोग मारे ,इतने पॉइंट्स कैप्चर किये, इतने झंडे चोरी किये की क्या कहें I इतनी थकावट हो गयी और फिर घर का मार्ग आगे ऐसे खड़ा था जैसे साप आपको डसने के लिए तैयार होI चलो धीरे धीरे चलते चलो I वैसे भी इस पेड़ के बाद तो 2 मील ही रह जाते हैं I पर यह पेड़ मुझको आकर्षित कर रहा है ,चलो इसी के साथ थोड़ा वक्त बिता लेते हैं I इसी बहाने थोड़ी सी कमर मेरा मतलब पहिये भी सीधे हो जाएगे I

 


अरे इतना प्रकाश I इतनी लौ तो देवराज इंद्रा के देवलोक में भी न होगीI एक इसीदा- होर्नेट आ रहा है, अब पता नहीं इसे क्या काम हैI
इसे हवा में बोलने की आदत है क्या "आओ मेरे पीछे आओ आज तुम्हारी बारी है पांच तत्वों के ज्ञान प्राप्ति की आओ आओ" चलो भैया चलते है फिर.....


"यह कहाँ जंगल में ले आये मुझे"I कहता "देख रहे हो इन वृक्षों को" "देख ही रहन हूँ"I "यह है पहला तत्व I चाहे जितनी मर्जी गोलियों इनको पड़ती रहे, चाहे जितनी भी आग इनमें से निकाल दो फिर भी यह वहीँ के वहीँ निडर हो के खड़े रहते है आपने कर्त्तव्य निभाते रहते हैI एक अच्छे टैंकर को इन्ही की तरह निडर होना चाहिए"I मुझे भी बात तो जच गयी I "चलो अब अगली जगह चलते है I " " देख रहे हो इन झंडों को" "हाँ देख रहां हूँ, अब यह डंडे क्या सिखाते है I" " दृष्टिकोण बदलो अपना I यह झंडे है, पर क्या तुमने यह सोचा है की यह हमेशा ऊपर अपनी टीम का रंग सबको दिखाते हुए कितने गर्व से रहते है I इसीलिए तो सब इसके पीछे भागते है इसको लेने के लिए दूर दूर से आते है,एक अच्छा टैंकर भी अपनी टीम का गर्व होता है तो ही सभी उसको चाहते है , उसकी इज़्ज़त करते है I तो रइकॉस्प यह हो गया तुम्हारा दूसरा तत्व...”


अब मैं उस इसीदा की बातों को समझने लगा था अब तो मैं भी सोच रहा था की अगली चीज़ क्या हो सकती है... मैं सोच ही रहा था की मेरे आसपास एकाएक इतने सरे पॉइंट्स आ गएI मेरा इनको देखने का बिलकुल दिल नहीं कर रहा था पूरा दिन इन्ही को तो देख कर आया हूँ।"और यह है हमारा तीसरा तत्व"। उसे तो जैसे मेरी कोई चिंता ही नहीं थीI "यह पॉइंट्स समय के अनुसार अपने को बदल लेते है I कभी नीले तो कभी लाल कभी किसी के भी नहीं, ऐसे ही हमको स्तिथि के अनुसार अपने आप को ढालना चाहिए तभी तो बन सकते है अच्छे टैंकर."

 

...अब मुझे कुछ धुन्दला धुन्दला सा दिखाई दे रहा था पता नहीं क्यों..."अब बारी है चौथे तत्व को देखने की,ये लो आइना , देखो अपने आप कोI हम सभ के अंदर कोई न कोई खूबी होती है ज़रुरत है उसे पहचानने की , देखो रिकोषे कैसे खुद छुप के और गोली को टिप टीपा के लोगों को मारता हैI तो इससे क्या सीख मिलती है, यह कि योग्यवान बनने के लिए बल से बढ़कर बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए" अब तो मैं बड़े मुश्किल से ही देख पा रहा था "आखरी तत्व तुम्हारे सामने खड़ा है"


उसने कहा पर पता नहीं किसने कहा...वही प्रकाश वही लौ और ये क्या यह तो शाम हो गयी ....घर के लिए देरी हो गयी मैं पता नहीं कहाँ चला गया था, कमर सीधी करते करते ... पर जहाँ भी गया था आज मैंने सीखा तो बहुत कुछ I लेकिन अंत मैं वो क्या कह रहा था "आखरी तत्व तुम्हारे सामने खड़ा है"...


मेरे सामने तो वोही खड़ा था इसीदा ......अरे हाँ! मैं इसीदा से ही तो सीख सकता है दूसरो की मदद करना...तो यह हो गया पांचवा तत्व...निडर होना,टीम का गर्व होना,स्तिथि अनुसार बदलना,दिमाग का प्रयोग करना और दुसरे की मदद करने यही तो हैं पांच तत्व...

 

घर पहुंचा तो यह सुनने को मिला "आज बहुत देर हो गयी,क्या करने लग गए थे"
मैंने ज़रा सा मुस्कुरा कर कहा"ज्ञान प्राप्त कर रहा था पांच तत्वों का"

 

 

 

धन्यवाद आशा है आपको अच्छी लगे और देवनागरी में लिखना बंद मत कीजिये , जारी रखिये 

Edited by Snootera
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मेरी कहानी

 

 

 

 

फ्रीज़ का कमाल 

 

उस साल भयंकर सुनामी आई थी, इतनी भयानक की सारे टैंक्स समुद्र के पानी में डूबने लग गये।  हम सबने ऐसा आपदा पहले कभी नहीं देखा था।  लोग उन विपत्ति में फसे वालो के लिए प्रार्थना कर रहे थे।  अब उन सबको बचाना बहुत ज़रूरी था, क्योंकि ज़्यादा देर तक पानी में रहने से टैंक्स में तकनीकी नुकसान हो जाएगा जिससे पुनर्प्राप्त करना लग-बग असंभव होगा।  मैं टैनकी सहायक संगठन में काम करता था।  हुमारी संगठन की एक मुलाकात हुई यह चर्चा करने के लिए की उस समुद्र से टैंक्स को बचाया कैसे जाए।  
 
"मुझे जाने दीजिए।  मेरे मन में एक तरकीब हैं, जिससे, मुझे यकीन हैं, मैं उन सबको बचा लूँगा।"  मैनें कहा। 
 
 मेरे कप्तान को मुझपे इतना भरोसा नहीं था, क्योंकि मैने उस संघटन के लिए अभी तक ख़ास कुछ किया नहीं था।  उसके बाद कई लोग यह कहने लगे की उन्हें इस मिशन पर जाना है।  पर मैं ज़िद पर अरा रहा, और खुद वहाँ जाने की विनती की।  मेरे हट के सामने कप्तान को झुकना ही परा।  
 
तोह फिर उन टैंक्स को बचाने के लिए मुझे चुना गया, और मैने अपना मनपसंद टैंक - फ्रीज़ और वाइकिंग का उपयोग करने का फेसला लिया।  मुझे हेलिकॉप्टर से ले जाया गया उस जगह पर जहाँ पर भारी मात्रा में टैंक्स डूब रहे थे।  मैने पहले से ही "उच्च दबाव पंप" वाला ऑल्टरेशन लेके रखा था। 
 
"तुम तैयार हो ना? आशा करता हूँ की तुम कमियाब होगे।" पायलट ने मुझसे कहा।
 
 मैने हेलिकॉप्टर से छलाँग लगाई और सीधा अपने फ्रीज़ का उपयोग करके कुछ टैंक्स को जमा दिया जो पानी के नीचे थे।  इस तरह से वो सब उपर की तरफ आ गये क्योंकि यह बात सब जानते हैं की बर्फ़ पानी के उपर तैरती हैं।  मुझे पानी में कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि मैने मरीन पेंट का इस्तेमाल किया था जो पानी का प्रतिरोध बहुत अच्छे से करता हैं, और वाइकिंग की मदद से मैं पानी में तैर सकता था।  
 
इस तरह से मैने कई टैंक्स को बचा लिया और उन्हे समुद्र के किनारे तक पहुँचाया।  लेकिन वाइकिंग की धीमी रफ्तार के कारण मुझे काफ़ी समय लग रहा था, और अभी भी समुद्र में बहुत सारे टैंक्स डूब रहे थे।  उन्हें बचना मुझे असंभव दिख रहा था।  मुझे समझ नहीं आया की आख़िर करूँ तोह क्या करूँ - अगर वास्प का इस्तेमाल करता तोह मैं पानी में सीधा डूब जाता।  उस वक़्त मेरे दिमाग में एक विचार आया।  मैं जल्दी-जल्दी किनारे तक गया और भूमि की सतह तक पहुँचा।  मैने फिर अपने कुछ साथियों को बुलाया और उन्हे अपनी योजना समझाई।  मुझे यकीन था की हम कामियाब ज़रूर होंगे।  हम सबने अपने फ्रीज़ से पानी पर हमला किया।  धीरे-धीरे से पूरा पानी जमने लग गया।  कुछ ही घंटो में हुँने पूरे समुद्रा को बर्फ बना डाला।  
 
"वाह! क्या बात हैं! अब तोह उन टैंक्स के उन्दर पानी भी नहीं जाएगा! लेंकिन इसके बाद क्या करना हैं?" मेरे मित्र ने कहा।  
 
"अब ज़्यादा देर नहीं हैं।  हम उन्‍हे ज़रूर बचा लेंगे।  " मैने उत्तर दिया।  
 
उसके बाद मैने अपने टीम को बुला लिया और उन्हे यह भी समझाया की आगे क्या करना है।  फिर कुछ मैगनम ने मिलकर बर्फ के उपर विस्फोट करके एक बड़ा सा अंतराल बना दिया जिससे सारे टैंक्स को बाहर निकाला गया।  आख़िर में उन जमें हुए टैंक्स को फाइयरबर्ड ने पिघलाकर अपनी सामान्य अवस्था में वापस पहुँचा दिया।  इस तरह से हमने सबको बचा लिया।  मेरे कप्तान को मेरी बहादुरी और बुद्धि पर गर्व हुआ।  
 
"तुमने बहुत अच्छा काम किया हैं।  तुम्हें इनाम के तौर पर हम एक 'ब्लू स्फियर' प्रस्तुत करेंगे।  " उन्होनें मुझसे कहा।  मैं बहुत खुश था और खुशी से झूम उठा।  

 

 

 

Edited by manish17xxx
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Mujhe yeh janana tha ki agar appko 3 entries nahi mili to kahin aap yeh pratiyogita bandh to nahi kar doge? 

Nahi. Agar kahaaniyan 3 se bhi kam ho aur unmein se koi puraskaar ke layak ho to hum unhe puraskaar jaroor denge.

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my entry

 

 

धूप निकली हुई थी। बहुत ही अच्छा मौसम था। थर्मल_ट्रैक एक प्राइवेट बैटल में अकेले उल्टा लेटा हुआ था। हमेशा की तरह उसका सेल्फ-डिस्ट्रक्ट करने का मन नहीं था। वह बहुत ही अलसी था। उसे दो ही चीज़े पसंद थी - सोना और सोना (गोल्ड बॉक्स)। लोग उसे कहते रहते थे कि अगर ऐसे ही अलसी बना रहा तो उसकी पूरी ज़िन्दगी ऐसे ही बिना कुछ किये निकल जाएगी। लेकिन उसे लोगो के कहने से कोई फरक नहीं पड़ता था, बल्कि वह तो अपनी पूरी ज़िन्दगी ऐसे ही बिताना चाहता था। यदि वह किसी के लिए अपना आलस्य छोड़ सकता था तो वह था गोल्ड रेन या उसका मित्र अक्षत। वह अक्षत को बचपन से जनता था। वह दोनों 9 सालो से मित्र थे। वह उसके लिए अपनी जान भी दे सकता था। 

 

 

एक दिन वह उल्टा लेता हुआ था और तब उसे एक मित्र से इन्विट आया। वह हमेशा की तरह अलसी था इसलिए नहीं गया। एक और इन्विट आने के बाद भी वह नहीं गया। दो-तीन और इन्विट के बाद उसने फैसला किया कि वह बैटल में जायेगा। जब वह वहा पंहुचा तो देखा कि वहा तो गोल्ड रेन हो रही है। उसे बहुत गुसा आया कि वह गोल्ड रेन के दस मिनट खेल नहीं पाया। अब सिर्फ पाँच मिनट बचे थे। वह बहुत मेहनत से गोल्ड बॉक्स पकड़े जा रहा था। 

 

जब तीन मिनट बचे थे तब ही उसे एक बैज मिला। उसने खोला तो देखा कि उसे किसी ने एक बड़ा सन्देश भेजा था। उसमे लिखा था "मै गोडमोडे_ऑन हूँ। तुम्हारे मित्र अक्षत ने मुझसे क्रिस्टल मांगे थे और अब वह लोटा नहीं रहा है। उसने मुझसे कहा कि उसने तुम्हे वह क्रिस्टल देकर कहा था कि मुझे देदो लेकिन मेरे पास अभी तक वह क्रिस्टल नहीं पहुंचे है। अगर अपने मित्र को ज़िंदा देखना चाहते हो तो पाँच मिनट के अंदर जिस बैटल में मैंने तुम्हे इन्विट किया है उसमे आ जाओ। 

 

यह पढ़कर उसे याद आया कि उसे अक्षत ने क्रिस्टल दिए थे और कहा था वह गोडमोडे_ऑन को देने है। लेकिन तब वह आराम कर रहा था इसलिए उसने वह काम ताल दिया। ऐसे टालते - टालते वह काम भूल गया। अब उसकी वजह से उसका मित्र मुसीबत में फस गया था। 

 

गोल्ड रेन में सिर्फ दो मिनट बचे थे और वह सोचने लगा कि क्या करे। वह अक्षत के लिए अपनी जान दे सकता था, लेकिन वह गोल्ड बॉक्स को अपनी जान से भी ज़्यादा ज़रूरी मान्ता था। वह अपनी गलतियों से सुधरने वाला वाला तो था नहीं इसलिए उसने सोचा कि दो मिनट और रुक जाए। 

 

दो मिनट बाद बैटल ख़तम हुई। वह क्रिस्टल लेकर गोडमोडे_ऑन ने जिस बैटल उसे इन्विट भेजा था उसमे चला गया। वह पहुचा तो देखा कि अक्षत मैप के कोने में खड़ा है और गोडमोडे_ऑन उसे धका देने के लिए तईयार उसके आगे खड़ा है। गोडमोडे_ऑन ने पुछा "क्रिस्टल कहा है ? वह क्रिस्टल निकलने लगा तो पता चला कि उसने वह रास्ते में कही गेर दिए थे। जब गोडमोडे_ऑन को यह बात पता चली तो वह गुसे से अक्षत को धका देने लगा। थर्मल_ट्रैक चिलाया "मै अभी आपको क्रिस्टल ढूंडकर देता हूँ लेकिन अक्षत को मत मारो ! लेकिन वह बहुत गुसे में था और उसने अक्षत को धका दे दिया। थर्मल_ट्रैक वही रोने और चिलाने लगा। उसे बहुत बुरा लगा कि उसकी वजह से उसका मित्र मर गया।उसे बहुत सालो तक बुरा लगता रहा।  

 

अब बीस साल बीत चुके है उस बात को। उसको अभी भी उसे बहुत बुरा लगता है। वह कभी-कभी रोने भी लगता है। उसने बीस सालो से कोई भी गोल्ड बॉक्स की तरफ़ नहीं देखा है और बीस सालो से उल्टा होकर आराम से नहीं लेटा। उसे बिलकुल नहीं पता था कि उसके आलस्य के वजह से किसी की जान जा सकती थी। 

 

दस साल बाद उसकी मृत्यू हो गई । आखिर लोग सही ही कहते थे, उसकी ज़िन्दगी बिना कुछ अच्छा किये निकल गाई।

 

 
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which date will the winners be announced?

 

thermal track the winners will be announced in the next issue of hindi samachar patra

^^ Which is the first Friday of May. :)

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